प्रिय अभिभावकों,
विद्यार्थियों एवं शुभचिंतकों,

“शिक्षा केवल पुस्तकों का ज्ञान नहीं, यह एक ऐसा प्रकाश है जो जीवन को दिशा देता है।”

एन आर आई पब्लिक स्कूल की प्रगति और इसके उच्च आदर्शों को देखकर मेरे मन में गर्व और संतोष की भावना होती है। मैंने शिक्षा को केवल एक पेशा नहीं, अपितु एक धर्म के रूप में जिया है और 85 वर्षों के अपने जीवन में जो मूल्य मैंने जिए हैं, यह विद्यालय उन्हीं मूल्यों का जीवंत उदाहरण बनकर उभरा है। एक सेवानिवृत्त प्रधानाचार्य और समर्पित शिक्षक के रूप में, मेरा विश्वास रहा है कि शिक्षा ही वह शक्ति है जो समाज को उठाकर एक नई दिशा दे सकती है। ग्रामीण परिवेश में बहुधा मैंने देखा है कि जब किसी परिवार का बच्चा शिक्षित होता है, तो पूरा परिवार, पूरा समाज प्रगति की ओर बढ़ता है।

मैंने इस क्षेत्र के गाँवों के बच्चों को वर्षों तक पढ़ाया, परिवारों को मार्गदर्शन दिया, और जीवन भर ज्ञान का दीपक जलाने में समर्पित रहा। इस क्षेत्र के लोगों का जो स्नेह और सम्मान मुझे मिला है, वह मेरे लिए एक बहुत बड़ी ज़िम्मेदारी भी है। मेरा सपना रहा है कि हमारे क्षेत्र में एक ऐसा विद्यालय हो जो केवल इमारतों या अंकों में नहीं, बल्कि मूल्यों, दृष्टिकोण और चरित्र में भी सर्वश्रेष्ठ हो।

मेरा स्पष्ट मानना है कि— “अच्छे संस्कारों से युक्त शिक्षा ही सच्चे राष्ट्र निर्माण की आधारशिला है।”

N.R.I. Public School की स्थापना इसी उद्देश्य से की गई थी कि गांव के अंतिम बच्चे तक भी गुणवत्तापूर्ण, संस्कारयुक्त और समग्र शिक्षा पहुँचे। मुझे गर्व है कि यह विद्यालय आज CBSE बोर्ड और अन्य राष्ट्रीय स्तर की परीक्षाओं में अपने उत्कृष्ट परिणामों से क्षेत्र का नाम रोशन कर रहा है।

आज हमारे कुशल प्रबंधन तंत्र और समर्पित शिक्षकों की टीम के नेतृत्व में, मुझे पूर्ण विश्वास है कि एन आर आई पब्लिक स्कूल शिक्षा ही नहीं दे रहा — यह भविष्य गढ़ रहा है।

मैं हर अभिभावक, छात्र और शिक्षक को अपने आशीर्वाद और शुभकामनाएँ देता हूँ। आइए, हम सब मिलकर अपने क्षेत्र के विकास और राष्ट्र की सेवा के इस संकल्प को आगे बढ़ाएँ।

जय हिंद!                                             जय शिक्षा!                               जय भारत!

आशीर्वाद सहित,
श्री युगल सिंह चौधरी
अध्यक्ष
एन आर आई पब्लिक स्कूल मिट्ठौली (मथुरा)
पूर्व प्रधानाचार्य एवं समर्पित शिक्षक
आदर्श इण्टर कॉलेज मिट्ठौली (मथुरा)